महकती

महकती

सर्दी को तुम दे दो विदाई वसंत की अब ऋतु है आई,
फूलों से खुशबू लेकर महकती हवा है आई,
बागों में बहार है आई भंवरों की गुंजन है लाई,
उड़ रही है पतंग हवा में जैसे तितली यौवन में आई,
देखो अब वसंत है आई।